आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान पर वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की काली सूची में शामिल होने का खतरा बढ़ गया है। दरअसल, कश्मीर पर दुष्प्रचार करने वाला पाकिस्तान आतंकियों को पैसे मुहैया कराने और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने में नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में आज से फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुरू हो रही एफएटीएफ की बैठक पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं। एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल दिया था और 27 बिंदुओं पर कार्रवाई की योजना को अमल में लाने के लिए एक साल का समय दिया गया था।
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